शस्त्र और शास्त्र में पारंगत परशुराम शास्त्री ने भले ही पाकिस्तान जाकर हैंडपंप नहीं उखाड़ा बल्कि अपने देश के खिलाफ उठ रही आवाज़ों को स्तब्ध कर दिया । देश की शान के विरुद्ध उठी निगाहों को सदा के लिए मौन कर दिया। देशभक्त परशुराम (DeshBhakt Parshuram) केवल एक भोजपुरी फ़िल्म ही नहीं बल्कि देश के कोने-कोने से उठ रही आवाज़ें हैं जो अपने राष्ट्र को बचाने को सदैव तत्पर है।
DeshBhakt Parshuram Movie Review
सिनेमा समाज का दर्पण होता है लेकिन यह बात भी बहुत हद तक सत्य है की सिनेमा समाज के वर्तमान परिस्थिति से भी अत्यंत रूप से प्रभावित होती है. जिस दौर से हमारा समाज गुज़र रहा है अक्सर उसी ख़ास विचारधारा के इर्द गिर्द कलाकार व साहित्यकार की रचना होती है . चाहे वो बोलीवुड की फिल्मे हों या भोजिवुड अर्थात भोजपुरी सिनेमा आज के समाज को ही प्रतिबिंबित करने का काम कर रही है . पिछले कुछ दिनों में रिलीज की गयी हालिया ट्रेंड भी यही कहती है .
देशभक्ति से ओत प्रोत फ़िल्में न सिर्फ बनी बल्कि बॉक्स-ऑफिस पर अच्छी खासी भी कमाल दिखायी . चाहे विकी कौशल की उरी हो, संजय दत्त की भुज या हो अक्षय कुमार की केसरी आदि फिल्मो का क्रेज ज़बरदस्त रहा. कुल मिलाकर देखे तो यही कुछ स्थिति भोजपुरी सिनेमा का भी रहा है . पछले कुछ वर्षों में भोजपुरी इंडस्ट्री में भी एक से एक देशभक्ति फिल्मे बनी है जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिला है .
Deshbhakt Parshuram Movie Review
दमदार डायलॉग्स और धमाकेदार एक्शन सीन्स से सजे भोजपुरी फ़िल्म देशभक्त परशुराम (Deshbhakt Parshuram) निर्देशक राजकिशोर की एक पेट्रियोटिक फ़िल्म है । यह फ़िल्म भारत पाकिस्तान के अन्तरकलहों को दर्शाता है। हर बार अपने मुंह भर गिरने के बाद भी भारत के खिलाफ साजिश रचने का काम पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान करता आ रहा है।
धर्म के आधार पर चल रही लड़ाई का अंजाम कोई खास वर्ग नहीं भुगतता , बल्कि भोगता है पूरा हिदुस्तान। तब इस जुल्म और कायरता के खिलाफ जब कोई आवाज़ उठाता है तो अपने ही लोग उस आवाज़ को कुचलने के भरपूर प्रयास करते हैं । नेता हो या पुलिस के भ्रष्ट अधिकारी कहीं न कहीं शामिल होते हैं देश की विरुद्ध उठ रही आवाज़ों की आग को सुलगाने में। कमो-बेश कुछ न कुछ यही स्थिति है फ़िल्म देशभक्त परशुराम की।
DeshBhakt Parshuram Trailer
एस के चौहान द्वारा लिखित भोजपुरी मूवी Deshbhakt Parshuram के अहम किरदार हैं यश कुमार मिश्रा , शुभी शर्मा व अवधेश मिश्रा। इनके साथ फ़िल्म में हर्षिता कश्यप, चांदनी सिंह, विष्णु शंकर, कर्ण पांडे, बालेश्वर सिंह , सुरेन्द्र मिश्रा भी मुख्य भूमिका अदा कर रहे हैं। फ़िल्म के निर्देशक हैं राजकिशोर प्रसाद जबकि इसके निर्माण का काम किया है रमा प्रसाद ने। फ़िल्म का संगीत मुन्ना दुबे का है जबकि गीतों के बोल लिखे हैं एस के चौहान , प्यारे लाल यादव एवं मुन्ना दुबे ने ।