Chaita-Chaiti Vedio Songs 2018

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आज संगीत का जिस कदर पश्चिमीकरण किया जा रहा है वह उतना ही भारतीय शास्त्रीय संगीत की मूल आत्मा से दूर हो रहा है। संगीत भारतीय आत्मा का मूल स्वरुप है। वेद जो हमारा जीवन द्रष्टा है, उन्हीं चार वेदों में से सामवेद पूर्णरूपेण संगीत को समर्पित है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है जीवन में संगीत की महत्ता का। आदि-अनादिकाल से जीवन और संगीत एक दूसरे के अनुपूरक है।

Pt. Chhannulal Mishra Chaita 2018: Sejiya Se Saiyan Ruth Gaile Ho Rama

खासकर सनातनी संस्कृति में संगीत का महत्वपूर्ण स्थान है। मान्यताओं के अनुसार, स्वर की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती हाथ में विणा लिए हमारे जीवन में संगीत की बारिश करती है तथा जीवन को और भी सुरीला बनती है।

बाल्मीकि रामायण में तो संगीत को अति-महत्वपूर्ण प्रश्रय दिया गया है।

Manoj Tiwari Chaita 2018: Gori Gori Tohre Bahiya

इतना ही नहीं हिन्दुइज़्म एवं बौद्धिज़्म में भी गन्धर्व को एक सामान स्थान प्राप्त है। तीसरी शताब्दी में लिखा गया भरत मुनि द्वारा लिखित ‘नाट्य शास्त्र’ भारतीय शास्त्रीय संगीत की एक अति महत्वपूर्ण कृति है।

Golu Gold Chaita 2018: Ja ye kaga kahia sajan se 

छठी शताब्दी में ‘मतंग मुणि ने संगीत को दो भागों में रखा
१. मार्ग संगीत: ‘Marg’ in Sanskrit is ‘Path’, that which shows the way. This primarily covers Shastriya, Raaga or Classical.
२. देसी संगीत : It refers to the music of the region or folk music. Like, Chaita,Chaiti, Chat-Ghato, Kajri etc.

Girija Devi Chaiti 2018: Chait Maase chunari Rangaibe ho Rama

चैता-चैती मुख्य रूप से चैत्र के महीने में गाया जाता है। चैत मास में ही भगवन श्री राम का जन्म हुआ था जो हिन्दु का नववर्ष भी है। भगवान् राम के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में यह चैता गाया जाता है। इसीलिए चैती गानों में भी प्रायः ‘हे रामा ‘, ‘अरे रामा, ‘हो रामा’ आदि शब्दों का लयकारी उपयोग किया जाता है।

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Ritesh Pandey Chaita 2018: Raam Ji Lihli Janmwa Ho Rama chait Mahinawa

पूर्वी उत्तर प्रदेश व बिहार को की मुख्य रूप से खेती किसानी पर निर्भर है। इसी चैत के महीने में किसान गेहूं (रबी फसल) की कटाई करते है। और किसी किसान के लिए इससे पावन क्या हो सकता है की जब खेत में लगे लहलहाते पौधे में से जौ ,गेहूं की बालियों से उसका घर भर जाय। खेतों और घरों में प्रेम और उल्लास के समागम के साथ जो संगीत उसके जीवन में आनंद का ले पैदा करता है वही चैता-चैती है।

Pramod Premi Chaita-Chaiti 2018: Chait Me Hamse Gehoon Na Katayee

जैसा की आपने प्रमोद प्रेमी के (ऊपर ) गाने में भी पाया की कैसे की एक पत्नी अपनी शारीरिक व्यथा को अपने पति से व्यक्त करते हुए कहती है की “चइत में हमसे गेहूं न कटाई ” … इसी प्रकार से खेसारी लाल अपने गाने में भी बताते हैं की एक पत्नी अपने पति से जो परदेस में है कहती हैं की ‘घाम लगता ए राजा , तू तो बहरा में करेला आराम चइत में हमरा घाम लागता ‘…

प्रेम की पराकाष्ठा और प्यार एहसास चैता-चैती की कहानी है।

Arvind Akela Kallu Chaiti 2018: Chait me Hamar Saaya Udata

अक्सर होली के गानों में भी इस चैती गाने का अंदाज़ देखा जा सकता है। चैता -चैती, घाट -घाटो आदि देसी संगीत की ऐसी ही विधा है। इस पुरातन विधा को संरक्षित एवं आगे बढ़ाने का श्रेय गिरिजा देवी, शोभा गुतरु ,पंडित छन्नूलाल मिश्रा,भारत शर्मा व्यास जैसी महान विभूतियों को जाता है।

Ritesh Pandey Chaita 2018: Raam Ji Lihli Janmwa Ho Rama chait Mahinawa

इसके अलावा आज के नए चैती गायको ने भी संगीत की इस मधुर देसी विधा को नवीनतम बनाने में दिन-रात जुड़े है। इन्ही चंद कलाकारों में से मालिनी अवस्थी, खेसारी लाल यादव, प्रमोद प्रेमी, रितेश पांडेय,पवन सिंह, गोलू गोल्ड, मनोज तिवारी का नाम बड़े अदब से लिया जाता है.

Khesari Lal Chaita 2018: Mahua binan Ham na Jaaib E Rama,Debru ke Sangma

Ritesh Pandey Chaita 2018: Roje Roka Taru Rahiya Sonar Rajaoo

भोजपुरी फिल्मस की और से संगीत की इस विधा को आपतक सीधे-साधे शब्दों में परोसा गया है. उम्मीद है की आपको चैता-चैती पर या आलेख पसंद आया होगा. कमेंट्स में हमें ज़रूर बताये। …

Khesari Lal Chaita 2018: Suno E Driver Raja

Ritesh Pandey Chaita 2018: Kharihani Me

Pramod Premi Chaita-Chaiti 2018: Basal Bada Pardes me

About Chaita Chaiti
What is Chaita ? What is Chaiti?
Chaiti is a semi-classical song. It is mainly sung in the Eastern Up and Bihar. The chaita-chaiti songs are mainly rendered during the holy month of Chaita (March/April). In this month the lord Rama was born. And these songs typically have the name of Sri Raam.

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