SANGHARSH Bhojpuri Movie Review

SANGHARSH Bhojpuri Movie Review

July 29, 2018

संघर्ष जैसी भोजपुरी फिल्मो की पटकथा देखकर ऐसा प्रतीत होता है की भोजपुरिया फ़िल्मी दर्शक अब सशक्त व समझदार हो चुके हैं. खासकर आज के क्रन्तिकारी समाज में जहां हर रोज़ कुछ न कुछ नए अविष्कार होते रहते हैं और समकालीन परिस्थितियों…

जिस तरह हम फेसबुक पर लाइक्स के लिए तरसते हैं काश कि हम अपने और अपनों के लिए तरसते

जिस तरह हम फेसबुक पर लाइक्स के लिए तरसते हैं काश कि हम अपने और अपनों के लिए तरसते

July 22, 2018

कहते हैं कि कवि जब ‘भावनाओं की प्रसव’ से गुजरते हैं तो कविता प्रस्फुटित होती है .  कविवर शुक्ल जी ने तो यहाँ तक कहा की ‘कविता से मनुष्य-भाव की  रक्षा होती है’  और इसे जीवन की अनुभूति कहा . दरअसल यूँ…